करेंट अफेयर्स 26 अगस्त:5 वर्षीय तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो फतह कर रिकॉर्ड बनाया; केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 5 नए जिले बनेंगे
निधन (OBITUARY)
1. वसंत चव्हाण का निधन: 26 अगस्त को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सासंद वसंत चव्हाण का लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया। 70 वर्षीय वसंत महाराष्ट्र के नांदेड़ लोकसभा सीट से सांसद थे।
- लोकसभा चुनाव 2024 में चव्हाण ने बीजेपी के प्रतापराव पाटिल चिखलिकर को 5,28,894 वोटों से हराया था।
- वे 25 अप्रैल 2005 से 2 अप्रैल 2006 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य रहे थे।
- 3 अप्रैल 2006 से 2 अप्रैल 2012 तक वे दूसरी बार राज्यसभा सदस्य चुने गए थे।
- 2009 में वे पहली बार नायगांव विधानसभा सीट से जीतकर महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे थे।
- 2014 में कांग्रेस में शामिल होकर उन्होंने नायगांव सीट से दोबारा चुनाव जीता था।
- वे पहली बार 1978 में नायगांव गांव के सरपंच बने थे।
रिकॉर्ड (RECORD)
2. तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो फतह करने का रिकॉर्ड बनाया: पंजाब के रोपड़ के 5 वर्षीय तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो पर चढ़ने का नया रिकॉर्ड बनाया है। पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) गौरव यादव ने 26 अगस्त को सोशल मीडिया पर जानकारी दी
- माउंट किलिमंजारो अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है।
- यह तंजानिया में 19,340 फीट (5,895 मीटर) से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित है।
- तेगबीर ने 18 अगस्त को माउंट किलिमंजारो की यात्रा शुरू की थी।
- इसके बाद 23 अगस्त को पर्वत की सबसे ऊंची उहुरू तक पैदल चले थे।
- तेगबीर ने 6 अगस्त 2023 को सर्बिया के ओगनजेन जिवकोविच के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
- ओगनजेन ने 5 साल की उम्र में माउंट किलिमंजारो पर चढ़ने के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
नेशनल (NATIONAL)
3. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 5 नए जिले बनेंगे: 26 अगस्त केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 5 नए जिले बनाने की घोषणा की। नए जिलों का नाम जांस्कर, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग होगा। इससे पहले लेह और कारगिल ही लद्दाख के दो जिले थे।
- 5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था।
- आर्टिकल-370 निरस्त कर दिया गया था, जिसके बाद लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बना था।
- पीएम मोदी ने कहा कि जांस्कर, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग पर अब ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
- इन जिलों के बनने के बाद अब केंद्र सरकार और लद्दाख प्रशासन लोगों तक आसानी से पहुंच सकेगा।
- क्षेत्रफल के नजरिए से लद्दाख एक बहुत बड़ा केंद्र शासित प्रदेश है।
- यह भारत के सबसे कम आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है।
4. राजस्थान और मध्यप्रदेश में बनेगा श्रीकृष्ण गमन पथ: 26 अगस्त को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की घोषणा की। भगवान कृष्ण की जन्म स्थली से लेकर उनके शिक्षा ग्रहण करने के स्थान को एक धार्मिक सर्किट के जरिए जोड़ा जाएगा।
- यह काम राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार मिलकर करेगी।
- भगवान कृष्ण के गमन पथ को जल्दी ही तीर्थ स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा।
- मध्यप्रदेश के उज्जैन के सांदीपनि में भगवान कृष्ण ने शिक्षा हासिल की है।
- जानापाव (एमपी) में भगवान परशुराम ने उन्हें सुदर्शन चक्र दिया।
- धार के पास अमझेरा में भगवान का रुक्मिणी हरण को लेकर युद्ध हुआ।
- ऐसे स्थलों को सरकार पर्यटन स्थल बनाने जा रही है।
- भरतपुर, कोटा, झालावाड़ के रास्ते छोटे-छोटे गांवों से होते हुए उज्जैन को चिन्हित किया गया।
5. महाराष्ट्र UPS को मंजूरी देने वाला पहला राज्य: 25 अगस्त को महाराष्ट्र सरकार कैबिनेट बैठक हुई। इसमें सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रदेश में यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लागू करने की मंजूरी दे दी है।
- महाराष्ट्र UPS लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना।
- 24 अगस्त को केंद्र सरकार ने न्यू पेंशन स्कीम (NPS) में सुधार कर UPS लागू करने की घोषणा की।
- यूनिफाइड पेंशन स्कीम को 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा।
- UPS पूरी तरह कॉन्ट्रिब्यूटरी फंडेड स्कीम है, जिसमें कर्मचारियों को NPS की तरह बेसिक सैलरी+DA का 10% कॉन्ट्रिब्यूट करना पड़ेगा।
- ओल्ड पेंशन स्कीम अनफंडेड कॉन्ट्रिब्यूटरी स्कीम थी, जिसमें कर्मचारियों को किसी भी तरह का कॉन्ट्रिब्यूशन नहीं करना होता था।
- UPS में OPS और NPS दोनों के लाभ शामिल हैं।
- UPS इस साल मार्च से प्रभावी होगी और राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा।
- महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है और अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।
आज का इतिहास (TODAY'S HISTORY)
26 अगस्त का इतिहास: 1914 में आज ही के दिन बंगाल के क्रांतिकारियों ने कलकत्ता में ब्रिटिश बेड़े पर हमला कर 50 माउजर और 46 हजार राउंड गोलियां लूटी थीं। क्रांतिकारियों ने इन हथियारों का इस्तेमाल 1915 में गदर विद्रोह और 1925 में काकोरी ट्रेन एक्शन में किया था। क्रांतिकारी शिरीष चंद्र मित्रा ने हथियार लूटने में उनकी मदद की थी।