क्या राजस्थान में फर्जी डॉक्युमेंट्स से बने 2700 पीटीआई:एक और आरोपी नौकरी करता मिला; अब तक 6 पकड़े, डमी कैंडिडेट के जरिए भी हुए पास
पीटीआई भर्ती-2022 परीक्षा फर्जी तरीके से पास करने वाले 20 आरोपियों की एसओजी ने पहचान कर ली है। इनकी जांच कर एसओजी ने एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया है।
एक के खिलाफ केस दर्ज भी कर लिया गया है। सभी 20 पीटीआई ने फर्जी डॉक्युमेंट्स देकर और डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा पास की है।
आरोपियों के खिलाफ शिकायतें एसओजी हेल्पलाइन नंबर पर मिल रही हैं। एडीजी वीके सिंह ने बताया- पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 को लेकर हेल्पलाइन नंबर पर 2700 से अधिक शिकायतें मिली हैं।
इनकी जांच की जा रही है। जांच में सामने आया कि कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा के प्रवेश पत्र में फोटो और हस्ताक्षरों को एडिट किया गया था।
आरोपी ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की फर्जी अंक तालिका लगाई थी। इसलिए चयन बोर्ड से लेकर संबंधित कॉलेज और यूनिवर्सिटी से भी दस्तावेजों की जांच कराई जा रही है।
डमी कैंडिडेट के जरिए हुआ था पास
18 अगस्त 2024 को एक आरोपी पीटीआई रमेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। जो सांचौर के चितलवाना स्थित जांगू नगर के रहने वाला है। पीटीआई रमेश ने अपनी जगह पर डमी कैंडिडेट बैठाया था। एसओजी को यह शिकायत भी हेल्पलाइन पर मिली थी।
इसके बाद परीक्षा के लिए भरे गए आवेदन के दस्तावेजों और परीक्षा के समय उपस्थिति प्रवेश पत्र पर लगी फोटो के अलावा चयन के बाद भरे गए दस्तावेजों का मिलान किया गया। जांच में आवेदन पत्र पर लगी फोटो, हस्ताक्षर अलग-अलग व्यक्तियों के मिले। आवेदन पत्र परीक्षा प्रवेश पत्र व परीक्षा उपस्थिति पत्र पर मूल अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी की फोटो थे। यह सभी जांच होने के बाद एफआईआर दर्ज की गई।
5 आरोपी जिनके खिलाफ पहले से दर्ज हैं केस
इस परीक्षा में बड़ी संख्या में डमी अभ्यर्थी बैठे थे। इनमें से पांच पर केस दर्ज किया गया था। सूत्रों के अनुसार, एसओजी की जांच में सामने आया है कि इन पांच पीटीआई को बेसिक गेम जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, वॉलिबॉल और बॉक्सिंग के यार्ड (मैदान के क्षेत्रफल) की जानकारी भी नहीं है।
दो पीटीआई को 20-20 क्रिकेट मैच और टैस्ट मैच के बेसिक क्लियर नहीं हैं। क्रिकेट बॉल की मोटाई पूछने पर एक पीटीआई ने तो हाथ से इशारा करके बता दिया कि इतनी मोटी होती है। ये पांच आरोपी महेंद्र कुमार बिश्नोई (जोधपुर), श्रवण सिंह, मनोहर लाल (सांचौर), ईश्वर सिंह (जालोर) और सुरेश कुमार (सांचौर) के खिलाफ पहले से एफआईआर दर्ज है।
